दुनिया के सात अजूबे जो की अपने अनोखे पन व बहुत अलग बिशेषताओं के लिए पुरे विश्व में बिख्यात है। तो आज जानते है 7 Wonders Of The World Names In Hindi और इनसे जुड़ी कुछ बहुत ही अनोखी व प्राचीन समय से चली आ रही जानकारिया।
यह बात सन 2000 की है जब Swiss foundation द्वारा एक कैंपेन चलाया गया जिसका उदेद्श्य था की दुनिया में मौजूद अलग-अलग अनोखी जगहों के लिए एक poll के माध्यम से वोटिंग हो जिसमे 7 Wonders Of The World चुने जा सकें। इस कैंपेन को New7Wonders नाम दिया गया।
Table of Contents
दुनिया के सात अजूबों के नाम | New 7 Wonders of the World
दोस्तों यह बात हर व्यक्ति ने सुना ही है कि दुनिया में सात अजूबे है जो की अपने आप में एक ख़ास महत्त्व रखते है। इन सभी नामों को अलग-अलग poll के माध्यम से चुना गया है। दोस्तों हम सभी लोग तो शायद सातों अजूबो को जाकर देख न सके परन्तु हमे उनके बारे में जानकारी होनीचाहिए।
आज हम सभी 7 Wonders के नाम और उनकी ख़ास तस्वीरो के साथ उनसे जुडी कुछ ख़ास जानकारिया आप सभी को बातएंगे।
S. No. | New 7 Wonders Of The World | दुनिया के सात अजूबें | Country |
---|---|---|---|
1. | चीन की दीवार | Great Wall of China | China |
2. | पेट्रा | Petra | Jordan |
3. | ताजमहल | Taj Mahal | India |
4. | चिचेन इत्ज़ा | Chichén Itzá | Mexico |
5. | माचू पिच्चु | Machu Picchu | Peru |
6. | क्राइस्ट रिडीमर | Christ the Redeemer | Brazil |
7. | कोलोसम | Colosseum | Italy |
1. Great Wall of China
खानाबदोशों से अपनी सुरक्षा हेतु एक साधन के रूप में The Great Wall of China की कल्पना सम्राट किन शी हुआंग ने तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में की थी। यह चीन के हुआरौ जिला में स्थित है। यह दीवार आज के समय में एक बहुत बड़े पर्यटक आकर्षण के रूप में मौजूद है।

The Great Wall of China की कुल लम्बाई 21,196 किलोमीटर है और ऐतिहासिक रूप से ऐसा माना जाता है कि दीवार के निर्माण के समय लगभग 400,000 लोग मारे गए थे।
2. Petra
यह दुनिया में मौजूद सबसे प्रसिद्ध पुरातात्विक स्थलों में से एक है और पुराने समय में Petra नाबातियन साम्राज्य की राजधानी थी। संभवतः माना जाता है कि 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व में इसका निर्माण हुआ। Petra में पत्थर की चट्टानों में बनाये गए मकबरे और उस समय के मंदिर हैं।

Petra में मौजूद सबसे प्रशिद्ध संरचना अल खज़नेह है जिसकी उचाई लगभग 45 मीटर है। 2007 में जब 7 Wonders of the World की सूचि हेतु मतदान हुए तो लगभग 100 करोड़ लोगो ने इसे वोट देकर सात अजूबों की लिस्ट में चुना।
3. Taj Mahal
इस दुनिया में मुहब्बत की अगर कोई सबसे बड़ी निशानी मानी जाती है तो वह ताज महल को ही माना जाता है। शाह जहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज़ की याद में ताज महल बनवाया था। ताज महल बनाने की शुरुआत 1628 में हुइ जिसे 1658 में पूरी तरह बना कर तैयार कर दिया गया था।

17-हेक्टेयर (42-एकड़) में बने इस मकवरे में एक मस्जिद और गेस्ट हाउस है और यह मकबरा तीन तरफ से एक दीवार से घिरा हुआ है जिसमे खूबसूरत बगीचे मौजूद है। आज भी लोग यहाँ पर जुमे की नमाज़ अदा करते है इसलिए ताज महल हफ्ते में केवल Friday (जुमे) के दिन पर्यटकों के लिए बंद रखा जाता है।
4. Chichén Itzá
चिचेन इट्ज़ा की खोज 1841 में दो महान खोजकर्ता जॉन लॉयड स्टीफंस और फ्रेडरिक ने की थी। चिचेन इत्ज़ा माया खंडहरों का एक परिसर है जो की मेक्सिको के युकाटन प्रायद्वीप पर है। यह एल कैस्टिलो या कुकुलकैन के मंदिर के रूप में जाना जाता है।

ऐसा माना जाता है की इसका दौर 600 ईस्वी से 1200 के दशक तक चला। एक अनुमान के तौर पर यह माना जाता है की यह 1,500 वर्ष से अधिक पुराना है जिसकी उचाई 98 ft है।
5. Machu Picchu
पेरू में उरुबाम्बा नदी घाटी के ऊपर स्तिथ एंडीज पर्वत पर Machu Picchu है। माचू पिच्चू अपनी परिष्कृत सूखी-पत्थर की दीवारों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पर दिमाग को चकरा देने बाली इमारते है।

यह माना जाता है की माचू पिच्चू का निर्माण इंका के नौवें शासक पचकुटी इंका युपांक्वी ने करवाया था। इसका निर्माण लगभग 1400 के दशक के मध्य में माना जाता है।
6. Christ the Redeemer
क्राइस्ट द रिडीमर की ये यह 98 फीट लंबी प्रतिमा 1931 में बनकर तैयार हुई थी और, इसकी क्षैतिज रूप से फैली हुई भुजाएं 92 फीट तक फैली हुई हैं।

यह प्रतिमा कंक्रीट से बनी हुई है और यह मूर्ति एक पत्थर के ऊपर बानी हुई है जो की इसका आधार है। इस पत्थर की उचाई लगभग 26 फ़ीट है।
7. Colosseum
यह एक अंडाकार एम्फीथिएटर है जो की अब तक का सबसे बड़ा प्राचीन एम्फीथिएटर है। यह रोम शहर के मध्य में स्थित है। इसे रोमन लोगो के उपहार हेतु बनाया गया था जो की फ्लेवियन सम्राटों के शासनकाल के समय बनाया गया था।

कालीज़ीयम लगभग 1,900 वर्ष से अधिक पुराना है। इसमें पुरे 80 प्रवेश द्वार है, और कोलोसियम का भूमिगत हिस्सा हाल ही में जनता के लिए खोला गया था।
Old 7 Wonders of the World
हेरोडोटस और कल्लिमचुस वह लोग थे जिन्होंने सबसे पहले तक़रीबन 2000 साल पहले अजूबो को चुनने की नीब रखी। इन्ही के द्वारा सबसे पहली बार इस बिचार को रखा गया। आज के समय में Old 7 Wonders of the World में से केवल 1 ही अजूबा है जो बचा हुआ जिसे हम ग्रेट पिरामिड ऑफ़ गिज़ा नाम से जानते है। बाकी 6 अजूबे अब नष्ट हो चुके है।
S. No. | Old 7 Wonders of the World | प्राचीन दुनिया के सात अजूबे | Country |
---|---|---|---|
1. | गीज़ा का महान पिरामिड | Great Pyramid of Giza | Egypt |
2. | बेबीलोन के हेंगिंग गार्डेन | Hanging Gardens of Babylon | Iraq |
3. | स्टेचू ऑफ़ ज़ीउस अट ओलम्पिया | Statue of Zeus at Olympia | Greece |
4. | टेम्पल ऑफ़ आर्टेमिस | Temple of Artemis at Ephesus | Turkey |
5. | माउसोलस का मकबरा | Mausoleum at Halicarnassus | Turkey |
6. | कोलोसुस ऑफ़ रोडेज | Colossus of Rhodes | Greece |
7. | लाइटहाउस ऑफ़ अलेक्सान्दिरा | Lighthouse of Alexandria | Egypt |
दोस्तों दुनिया में वैसे तो कई ख़ास जगह है जो अपने आप में इस दुनिया के लिए एक ख़ास महत्व रखती है। आज दुनिया में जो भी 7 Wonders of the World माने जाते है वे सभी हमारे द्वारा ही चुने गए है और यह अजूबे इस दुनिया को खूबसूरत व दुनिया को समझने में आसान बनाते है।
ज्यादातर अजूबे बहुत पुराने है जो हमे हमारे पूर्वजो के रहन-सहन व अन्य तौर तरीकों से वाक़िफ़ करते है। इन्ही कई अलग-अलग अजूबों के कारण आज हम कई प्राचीन सभय्ताओं को जान पाए है। दोस्तों हमे इन सभी अजूबो और अन्य जो भी प्राचीन जगह आज भी मौजूद है उन सभी का हर तरह से आदर करना चाहिए।